आज की भागदौड़ भरी इस जिंदगी में हम अपनी सेहत की ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे पाते हैं। इसका खयाल तब आता है जब हम कई बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। शारीरिक व मानसिक सेहत काफी हद तक इस बात पर निर्भर करती है कि आप अपनी जीवनशैली किस तरह बनाते हैं। बहुत से लोग तो अपने को फिट रखने के लिए अच्छी डायट से लेकर जिम ज्वाइन भी करते हैं। लेकिन इन सबके बावजूद भी वह
पीरियड्स के दिनों में अपनी पार्टनर का रखें ऐसे ध्यान, जानिए ये बातें
लड़कियों में पीरियड्स हर महीने होने वाली एक नेचुरल प्रक्रिया है। जो हर महीने महिलाओं की परेशानी का सबब बनता है। कभी-कभी तो पीरियड्स बहुत ही पीड़ादायी भी होते हैं। इसे पीएमएस यानी प्री-मेंस्ट्रूअल सिंड्रोम भी कहा जाता है। इस दौरान हार्मोन्स में बदलाव की वजह से महिलाओं को पेट दर्द, सिरदर्द, भूख न लगना, कमर दर्द, थकान महसूस होना, मूड स्विंग्स, चिडचिड़ापन और तनाव की समस्या से भी गुजरना पड़ता है। ऐसे समय में पुरूषों को चाहिए कि वे
अपने पार्टनर का मूड बनाने के लिए इन टिप्स को करें फॉलो
आमतौर पर पति-पत्नी सेक्स और रोमांस समस्याओं के बारे में बात करने से कतराते हैं। नतीजा ये होता है कि आपस की दूरियां दिन-पर-दिन और बढ़ती जाती हैं। वहीं कई बार महिलाएं इन विषयों पर पहल करने में संकोच करती हैं। उन्हें सेक्स या फिर पति के साथ अपने संबंधों पर खुलकर बात करना सही नहीं लगता। ऐसे में कई बार परेशानियां कम होने की बजाए बढ़ जाती हैं और यही रिश्तों में दूरियों का कारण बनती हैं। यह तो
हाई कोलेस्टॉल है आपके स्वास्थ्य के लिए खतरे की घंटी
कोलेस्ट्रॉल आपके शरीर और सेहत, दोनों के लिए नुकसानदायक है। शरीर में कोलेट्रॉल का स्तर बढ़ने पर एक साथ कई समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं जो आपके लिए बेहद खतरनाक साबित होती हैं। कोलेस्ट्रॉल एक वसा है, जो लिवर द्वारा उत्पन्न होती है। यह शरीर के सुचारु रूप से कार्य करने के लिए जरूरी है। हमारे शरीर की प्रत्येक कोशिका को जीवित रहने के लिए कोलेस्ट्रॉल की आवश्यकता होती है। कोलेस्ट्रॉल मोम जैसा चिकना पदार्थ है, जो ब्लड प्लाज्मा
बदलते मौसम में इन बीमारियों से बचाएं खुद को, बरतें सावधानी
मौसम के बार-बार बदलते रुख ने आम जनजीवन को बेहाल करना शुरू कर दिया है। मौसम में तेजी से आ रहे बदलाव से लोगों में स्वास्थ्य समस्याऐं बढ़ जाती है तथा छोटी-छोटी स्वास्थ्य समस्याऐ लगातार बनी रहती है। इनमें खांसी, पेट खराब, बुखार और खांसी के मरीज़ों की संख्या ज्यादा है। पल-पल बदल रहे मौसम से लोग अपने आपको ढाल नहीं पा रहे हैं तथा मलेरिया, टाइफाइड, सर्दी, जुकाम, बुखार आदि की चपेट में आ रहे हैं। ऐसा बदलते मौसम
सेक्स से क्यों बचती हैं महिलाएं, सेक्स अरुचि के कारण
अक्सर बहुत सी महिलाओं में तनाव और हार्मोनल असंतुलन के कारण सेक्स के प्रति कमी आने लगती है। इससे केवल महिला ही नहीं बल्कि रिश्ते भी प्रभावित होने लगते हैं। इतना ही नहीं इसके लिए वे खुद को ज़िम्मेदार मानने लगती हैं। पिछले कुछ वर्षों से महिलाओं में यौन इच्छा की कमी की समस्याएं बढ़ी हैं। ऐसे में महिला न तो खुद संतुष्ट हो पाती है और न ही अपने पार्टनर को खुश कर पाती है और चिड़चिड़ी रहने लगती
सेक्स से संबंधी भ्रम और तथ्य
सेक्स को जीवन के पूर्ण आनंद का एक अहम हिस्सा (important part) माना जाता है। शादी के शुरुआती साल बेहद हसीन होते हैं। पार्टनर एक-दूसरे को समझने के साथ-साथ एक-दूसरे की कंपनी, क़रीब होने का एहसास और प्यार-मुहब्बत को काफ़ी एंजॉय करते हैं। लेकिन जब सेक्स की इच्छा में किसी भी प्रकार की समस्याऐं उत्पन्न आने लगे तो वैवाहिक जीवन में नीरसता आने लगती है। भारतवर्ष में आज भी सैक्स के बारे में खुलकर बात नहीं की जाती है। जिस
नि:संतान लोगों के जरूर परामर्श
विवाह के बाद हर स्त्री पुरूष की यही इच्छा होती है कि उनके घर भी एक नन्हा मुन्ना शिशु फूल के रूप में उनकी गृहस्थी की बगिया में खिले। पुरुष की कामना यही रहती है कि उस शिशु के रूप में उसकी वंश बेल विकसित हो तथा पीढ़ी दर पीढ़ी उसका भी नाम चलता रहे लेकिन संतान न होने पर घर की खुशी, कलह और अशांति में बदल जाती है। कई भोले-भाले लोग तो ढोंगी साधु संतों व ताबीज गण्डों
अध्ययन में यह स्पष्ट है कि पुरुषों में कम शुक्राणु की कमी खतरे को न्यौता देती है
शुक्राणु की कमी पुरुषों में बीमारी का जोखिम भी बढ़ा सकता है। एक नए अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, पुरुषों में शुक्राणु की कमी उनके स्वास्थ्य और बांझपन के संकेतक के रूप में देखा जाता है। पुरुषों के वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या में कमी का मतलब केवल उनकी प्रजनन क्षमता पर सवालिया निशान नहीं है बल्कि इससे पता चलता है कि कई अन्य तरह की भी स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं। एक अध्ययन से
पुरुषों में सेक्स (इच्छा) की कमी कहीं आपका वैवाहिक जीवन नष्ट न कर दे
आजकल कई पुरुष सेक्स में अनिच्छा के शिकार है, जिनमें से कई लोगों को यह भी नहीं पता कि इन सबका क्या कारण है। आइये इस बारे में जानते है एक उदाहारण के साथ। एक 30 वर्षीय युवक अपनी खूबसूरत पत्नी के साथ चिकित्सक के क्लीनिक में गया और उसने बताया कि उसकी शादी के 4 साल बीत गए है। शुरुआती महीनों मैं उसका दांपत्य जीवन ठीक चल रहा था, किंतु थोड़े दिनों के बाद उसे परेशानी होने लगी? अंगों