कोरोनावायस वायरस का एक परिवार है जो सामान्य सर्दी, गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम (SARS) और मध्य पूर्व श्वसन सिंड्रोम (MERS) जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है। 2019 में एक नए कोरोनावायरस की पहचान एक बीमारी के प्रकोप के कारण के रूप में हुई जो चीन में उत्पन्न हुआ था। वायरस को अब गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम कोरोनावायरस 2 (SARS-CoV-2) के रूप में जाना जाता है। यह जिस बीमारी का कारण बनता है उसे कोरोनावायरस रोग 2019 (Covid-19) कहा जाता
माँ बनने का सुख दुनिया की हर महिला अपने जीवन में माँ बनना चाहती हैं ये किसी भी महिला के जीवन का सबसे बड़ा पल होता हैं। गर्भावस्था की खबर से विभिन्न महिलाओं की प्रतिक्रिया अलग अलग होती है। ज़्यादातर महिलाएं इस नए अनुभव का सामना करने के लिए काफी बेचैन होती हैं और उनकी ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं होता। लेकिन इसके बारे में जानकारी होना बहुत ज़रूरी हैं क्योंकि बिना जानकारी के माँ और बच्चा दोनों को नुक्सान
वर्तमान की भागदौड़ वाली जिंदगी में सेहत समस्याएं, लगातार बढ़ रही हैं। इनमें हड्डियों से जुड़ी समस्याएं भी शामिल हैं। हड्डियां हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, ये जितना ही ज्यादा मजबूत रहेंगी आप उतने ही ज्यादा स्वस्थ और फिट रहेंगे। हड्डियां कैल्शियम, फॉस्फोरस, प्रोटीन व मिनरल्स से बनी होती हैं। गलत खानपान, शरीर का बढ़ता वज़न, उम्र का बढ़ना, सुबह की धूप न लेना, खराब जीवनशैली, हार्मोन असंतुलन, शराब व धूम्रपान के सेवन से भी हड्डियों का घनत्व
हम में से कई ऐसे लोग हैं जिनकी प्रोफेशनल लाइफ टेंशन से भरी हुई है। तनाव के चलते लोग अपनी डाइट का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखते हैं और दिल की सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं। यहां तक कि व्यायाम करने से भी कतराते हैं। जिसके चलते आजकल कम उम्र के लोग भी हृदय संबंधी रोग के शिकार हो रहे हैं। दुनिया भर में हृदय रोग मौत के सबसे बड़े कारणों में से एक है। गलत तरीके की जीवनशैली
आज की भागदौड़ भरी जिन्दगी और अस्तव्यस्त जीवनशैली और उतार-चढ़ाव के कारण कभी न कभी हम सबका मूड खराब होता रहता है। बहुत से लोगों में तो मानसिक दबाव इतना अधिक हो जाता है कि वे खराब मूड की गिरफ्त से बाहर ही नहीं निकल पाते हैं। कुछ लोग तो इसके लिए कई बार दवां लेने लगते हैं। लेकिन वे इस बात से अंजान होते हैं कि ये दवाएं कुछ देर के लिए तो उन्हें इस हताश मानसिकता से बाहर
यदि आप अपने को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो रोज सुबह एक सेब जरूर खाएं। सेब पौष्टिक तत्वों से भरपूर आपको कई बीमारियों से दूर रखता है। यानि हर दिन एक सेब का सेवन आपको सेहतमंद बनाने के साथ-साथ आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी सहायक होता है। चिकित्सकों का मानना है कि सेब खाने से हृदय रोग, कैंसर, मधुमेह के साथ ही दिमाग से सम्बंधित बीमारियों को दूर करने में भी मदद करता है। शायद आपने सुना
दुनियां में ऐसा कौन है जो सैक्स का आनन्द नहीं उठाना चाहता है। लेकिन सैक्स का पूरा मज़ा तभी लिया जा सकता है जब आप बेहतर सैक्स पॉजीशन के बारे में पूरी व अच्छी जानकारी रखते हो। क्योंकि बेहतर सैक्स पॉजीशन आपको चरम सुख तक पहुंचाने में काफी सहायक सिद्ध होता है। बेहतर तरीकों से की गई सैक्स पॉजीशन में पूर्ण रूप से संतुष्टी महसूस तो होती ही है साथ ही सैक्स का भरपूर आनन्द भी उठाया जा सकता है।
अधिक तनाव, अप्रत्याशित दुर्घटनाऐं और सामाजिक दबाव के चलते मानसिक बीमारियों में वृद्धि हुई है। लोगों को ऐसी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी। उनमें से ही एक ऐसी बीमारी है एग्रोफोबिया। एग्रोफोबिया (डमदजंस कपेवतकमत ।हवतंचीवइपं) एक प्रकार का मनोविकार है। इससे ग्रस्त व्यक्ति को ज्यादा भीड़-भाड़ वाले इलाकों से जाने से डर लगता है। जिस वजह से वह लोगों से दूरियां बनाने लगते हैं। इस डर की वजह से व्यक्ति भीड़-भाड़