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आजकल कई पुरुष सेक्स में अनिच्छा के शिकार है, जिनमें से कई लोगों को यह भी नहीं पता कि इन सबका क्या कारण है। आइये इस बारे में जानते है एक उदाहारण के साथ।

एक 30 वर्षीय युवक अपनी खूबसूरत पत्नी के साथ चिकित्सक के क्लीनिक में गया और उसने बताया कि उसकी शादी के 4 साल बीत गए है। शुरुआती महीनों मैं उसका दांपत्य जीवन ठीक चल रहा था, किंतु थोड़े दिनों के बाद उसे परेशानी होने लगी? अंगों में कमजोरी आने लगी और वह पत्नी को संतुष्ट करने में असफल साबित होने लगा। जब चिकित्सक ने पूरी पड़ताल की तो पता चला कि उसकी पत्नी बड़ी तेज तर्रार है, जबकि पति अंतर्मुखी प्रकृति का है। चिकित्सक को यह भी पता चला कि पत्नी को सेक्स की इच्छा बहुत ज्यादा और जल्दी-जल्दी होती है। इसलिए उसका पति उसकी इस मांग को पूरी करने में सक्षम नहीं हो पाता। नतीजा यह हुआ कि उसे धीरे-धीरे सेक्स से विरक्ति होने लगी और अब तो पत्नी से संपर्क हुए महीना हो जाता है।
इलाज के शुरुआती दौर में देखा गया कि उसका पति चिकित्सक द्वारा दी गई सलाह को मानने के प्रति काफी उत्साहित था। चिकित्सक ने सलाह दी कि सौहार्दपूर्ण वातावरण में दोनों बिस्तर पर जाएं। पति ऐसा करने को तैयार भी था। दूसरी बार जब दंपत्ति चिकित्सक के पास गए, तो पति ने बताया मेरी तरफ से कोई दिक्कत नहीं है। किंतु पत्नी की ज्यादा तथा जल्दी-जल्दी की मांग बरकरार है जिससे मुझे काफी परेशानी हो रही है।

ऐसी स्थिति दांपत्य में दरार की शुरुवात करता है, जिससे सेक्स लाइफ खराब हो जाती है द्य आइये जानते है कि इसके क्या कारण हैं।

सेक्स में अनिच्छा के मानसिक कारण

कई लोगों में यह शिकायत होती है कि उनकी अब सेक्स में इच्छा ही नहीं होती है। पत्नी के पास जाने का मन ही नहीं करता। सेक्स के प्रति एकदम विरक्ति हो गई है। यह शिकायत लगभग 50 प्रतिशत पुरुषों में देखने को मिलती है। इतना ही नहीं यह शिकायत पुरुषों की अपेक्षा स्त्रियों में ज्यादा देखने को मिलती है और उम्र बढ़ने के साथ यह शिकायत लगातार बढ़ती जाती है। चिकित्सा वैज्ञानिकों के अनुसार, यह जैविक या फिजियोलॉजिकल कारणों से, किसी बीमारी के कारण, मानसिक कारण से, मनोवैज्ञानिक, तनाव-दबाव या चिंता किसी भी कारण से हो सकता है। बीमारियों के अंतर्गत जननांगों की बीमारियां, हाई ब्लड प्रेशर, एनीमिया, पुराना कोई शारीरिक रोग, हाई ब्लड प्रेशर की दवाएं खाने से भी सेक्स के प्रति व्यक्ति की सेक्स में अनिच्छा की शिकायत लोगों में देखने को मिलती है।

जहां तक मनोवैज्ञानिक तथा मानसिक कारणों की बात है, बहुत बड़ी संख्या में, इससे लोग परेशान रहते हैं। यह तो तय है कि आज हम भौतिकवादी युग में रह रहे हैं, इस युग में लोग धन के पीछे इस तरह दीवाने हैं कि उन्हें इसके अतिरिक्त कुछ और सोचने का वक्त ही नहीं मिलता। रात-दिन भागम-भाग के चलते हुए, घर परिवार में उतना ध्यान नहीं दे पाते जितना उन्हें देना चाहिए। इसका नतीजा यह होता है, कि आए दिन लोग तरह-तरह की परेशानियों के शिकार होते रहते हैं। दांपत्य जीवन में दरार, पत्नी के साथ तकरार, तथा मन मुताबिक जीवन-संगिनी नहीं मिल पाने के कारण भी लोगों में सेक्स के प्रति विरक्ति के भाव उत्पन्न होने लगते हैं।

अनिच्छा से संपर्क बनाना

कई पुरुषों में शीघ्रपतन या किसी रोग के कारण भी सेक्स के प्रति विरक्ति होने लगती है। हालांकि यह कुंठा, आत्मग्लानि एवं पत्नी को संतुष्ट नहीं कर पाने के फलस्वरुप मन में भय उत्पन्न होने से भी होता है। वैसे पुरुष जो अत्यधिक शारीरिक तथा मानसिक काम करते हैं, काम के अतिरिक्त उन्हें कुछ भी और नहीं सूझता है।

दिन भर काम करने के बाद रात को जब बिस्तर पर जाते हैं और थक कर इतने चूर हो जाते हैं कि पत्नी के साथ हमबिस्तर होने का मन ही नहीं करता और यही स्थिति आगे चलकर सेक्स से विरक्ति का रूप्धारण कर लेती है द्य कई बार बचपन में सेक्स जनित हादसा होने के कारण भी मन में भय, कुंठा एवं तनाव घर कर लेता है, जैसे घर की बड़ी, या विधवा औरतों द्वारा जबरदस्ती सहवास के लिए प्रेरित करना द्य इस तरह की घटनाएं अक्सर सुनने को मिलती हैं। इस कार्य में सफल नहीं हो पाने के कारण उनके मन में भय पैदा हो जाता है।

जहां तक महिलाओं में सेक्स के प्रति उदासीनता और विरक्ति का सवाल है, कमोवेश कई स्थितियों में यह पुरुष के समान ही होता है। दांपत्य में दरार, पति की आदत, स्वभाव या फिर पति में कोई शारीरिक, मानसिक कमी की वजह हो सकती है द्य कई महिलाओं को परिवार नियोजन की सही जानकारी नहीं होती और बच्चा हो जाने या गर्भवती होने के भय से भी सेक्स के प्रति अनिच्छा हो जाती हैं। कई औरतें, घरेलू कामों में रात-दिन इतना व्यस्त रहती हैं कि रात होते-होते थकान से पूरा शरीर चूर हो जाता है और वे बिस्तर पर जाते ही निढाल हो कर सो जाती हैं।

सेक्स के लिए अनुकूल परिस्थिति जरूरी

कई पुरुष प्रतिकूल परिस्थितियों में भी सेक्स के लिए इच्छा व्यक्त करते हैं। किंतु स्त्रियों के साथ ऐसी बात नहीं होती है। थोड़ी सी भी प्रतिकूल परिस्थिति आने पर वह मना कर देती हैं। यही कारण है कि कई महिलाओं की शिकायत होती है कि धीरे-धीरे उनकी इच्छा घटती जा रही है। उनका आजकल मन ही नहीं करता। हालांकि भारतीय महिलाएं दमित इच्छा की अभिव्यक्ति नहीं कर पाती, लेकिन पुरुषों को उनके हावभाव तथा क्रिया-कलाप से इसका एहसास हो ही जाता है।

मानसिक तनाव या अवसाद की स्थिति में दबी हुई इच्छा, एक सी नहीं होती बल्कि वह बदलती रहती है। क्योंकि मूड ठीक होने या अनुकूल परिस्थिति आने पर उसकी तबीयत मचलने लगती है। किंतु प्रतिकूल परिस्थिति आने पर यही इच्छा दब भी सकती है।

लगभग 10 प्रतिशत पुरुषों में नपुंसकता की शिकायत देखने को मिलती है। इनकी शिकायत यह होती है कि उत्तेजना की स्थिति में, उनके अंग में तनाव नहीं होता। यह स्थिति कई तरह की होती है जैसे शारीरिक, मानसिक बीमारियों में देखने को मिलती है और जैसे ब्लड की कमी, डायबिटीज, गुर्दा संबंधी रोग, हृदय रोग आदि में मरीज शारीरिक और मानसिक रुप से काफी कमजोर हो जाता है। इतना ही नहीं कई रोगों के इलाज के लिए खाई जाने वाली ऐसी दवाएं भी हैं जिनका प्रतिकूल प्रभाव सेक्स पर पड़ता है और सेक्स की चाहत दब जाती है। जो लोग शराब, बीड़ी, सिगरेट तथा दूसरी नशीली चीजों का सेवन करते हैं, उन्हें भी इस तरह की शिकायत होती है। मानसिक बीमारी, अवसाद तथा तनाव में जीने वाले पुरुषों में शारीरिक भूख समाप्त हो जाती है।

नोट :- अगर सेक्स या स्वास्थ्य से संबंधित आपकी कोई भी समस्या या सवाल है तो उसे आप हमें हिंदी या अंग्रेजी में ईमेल या फ़ोन कर सकते हैं। ईमेल :- info@hashmi.com, फ़ोन नंबर :- +91- 9720858745

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