विवाह के बाद हर स्त्री पुरूष की यही इच्छा होती है कि उनके घर भी एक नन्हा मुन्ना शिशु फूल के रूप में उनकी गृहस्थी की बगिया में खिले। पुरुष की कामना यही रहती है कि उस शिशु के रूप में उसकी वंश बेल विकसित हो तथा पीढ़ी दर पीढ़ी उसका भी नाम चलता रहे लेकिन संतान न होने पर घर की खुशी, कलह और अशांति में बदल जाती है। कई भोले-भाले लोग तो ढोंगी साधु संतों व ताबीज गण्डों
तनाव के कारण पति पत्नी के बीच के रिश्तों में कड़वाहट
पति-पत्नी के रिश्तों की नींव उनके आपसी सहयोग और विश्वास पर टिकी होती हैं। अच्छे पति-पत्नी एक दूसरे की भावनाओं की कद्र करते हैं और वो अपने रिश्ते की गर्माहट को बनाएं रखने के लिए कभी एक-दूसरे को तोहफा देते हैं, तो कहीं बाहर घूमने जाते हैं। इन सब के बावजूद कई बार पति-पत्नी के बीच छोटी-मोटी बातों को लेकर लड़ाई-झगड़े हो जाते हैं और इससे उनके रिश्तों में दरार आ जाती हैं। आज की तेज रफ्तार जिंदगी में तनाव
हाशमी दवाखाना
शरीर की अन्य समस्याओं की तरह यौन संबंधी समस्याएं भी आम हैं। इन्हें छिपाने के बजाय इनका समाधान ढूंढ़ना चाहिए। किसी व्यक्ति के जीवन में यौन समस्याएं उसके असुखद व असंतोषजनक यौन अनुभव होने के बाद भी हो सकती हैं। सामान्यत: जो पुरुषों में किसी भी तरह की मर्दाना कमजोरी नहीं हैं, उनका दांपत्य और सामाजिक जीवन हमेशा खुशहाल रहता है। इसलिए किसी भी तरह की मर्दाना कमजोरी पुरुषों में आत्मविश्वास की कमी का कारण बन सकती है। पुरुषों में
लिंग छोटा, पतला व टेढा होने के क्या कारण हैं?
हमारा लिंग सामान्यता तीन प्रकोष्ठ (चैंबर) में बटा होता है जिनमे दो भाग कोपर्स केवेरनोसम (Corpus Cavernosum) व एक कोपर्स स्पोंजीयोसम (Corpus Spongiosum)जिनमे इसमें लिंग के उपरी भाग में दो बड़े बड़े प्रकोष्ठ होते हैं ये दोनों प्रकोष्ठ मिलकर कोपर्स केवेरनोसम के इरेक्टाइल टिशु का गठन करता है जोकि लिंग के उत्थान में सहायता करता है। यदि व्यक्ति हस्तमैथुन करता है तब हाथ की रगढ़ व दबाव से कोपर्स केवेरनोसम शतिग्रस्त हो जाते हैं जिससे लिंग के बड़े प्रकोष्ट (कार्पस
पति-पत्नी का पहला मिलन सुहागरात
सुहागरात का यह प्रथम मिलन केवल शारीरिक मिलन ही नहीं होता बल्कि मानसिक व आत्मिक मिलन है। इस घड़ी में दो जिस्म एक जान हो जाते हैं तथा दो जाने अब तक अलग अलग थीं। इस रात को पहली बार एक हो जाती है तथा यही घड़ी वैवाहिक जीवन की नींव का पत्थर बन जाती ै तथा सफल जीवन के सुनहरी भविष्य का निर्माण करती है। इस रात की नींव बहुत ही मजबूत हो जानी चाहिए ताकि कभी भी थोड़ी
Hashmi Dawakhana Amroha Address
कई नवयुवक मानसिक रोगी होते हैं, वास्तव में उन्हें बीमारी नहीं होती है चालाक और बाजारी हकीम इनकी कमजोरी से लाभ उठाकर इनके सन्देह को बढ़ाते हैं और स्वस्थ पुरुष को रोगी बना देते हैं।ऐसे नवयुवक अपनी अज्ञानता के कारण कभी कभी आत्महत्या कर लेते हैं। क्योंकि वे समझते हैं कि उनका जीवन अब व्यर्थ हो गया है वे अपनी पूर्ण अवस्था पर नहीं आ सकते। मगर यह उनकी भूल है ऐसे रोगियो को हम बिना दवाई दिये खुराक आदि
Hashmi Dawakhana in Hindi
कई नवयुवक मानसिक रोगी होते हैं, वास्तव में उन्हें बीमारी नहीं होती है चालाक और बाजारी हकीम इनकी कमजोरी से लाभ उठाकर इनके सन्देह को बढ़ाते हैं और स्वस्थ पुरुष को रोगी बना देते हैं। ऐसे नवयुवक अपनी अज्ञानता के कारण कभी कभी आत्महत्या कर लेते हैं। क्योंकि वे समझते हैं कि उनका जीवन अब व्यर्थ हो गया है वे अपनी पूर्ण अवस्था पर नहीं आ सकते। मगर यह उनकी भूल है ऐसे रोगियो को हम बिना दवाई दिये खुराक
hashmi dawakhana in delhi contact
दिल की बात अपने दिल की बात आज ही हकीम साहब को ईमेल या फोन द्वारा बता दें या स्वयं मिलें। फोन पर ही आपको कीमती परामर्श मिल जाऐगा परमात्मा ने चाहा तो उनके परामर्श पर अमल करके आप एक नया जीवन प्राप्त कर सकेंगे। मायूसी कमजोरी और निराशा का जीवन भी कोई जीवन है। परमात्मा न करे यदि आप को शारीरिक रोग है या सेक्स में कमजोरी के कारण जीवन की खुशियों से वंचित हो तो समझो आपको हाशमी
Hashmi Dawakhana Amroha, Uttar Pradesh 244221
दिल की बात अपने दिल की बात आज ही हकीम साहब को ईमेल या फोन द्वारा बता दें या स्वयं मिलें। फोन पर ही आपको कीमती परामर्श मिल जाऐगा परमात्मा ने चाहा तो उनके परामर्श पर अमल करके आप एक नया जीवन प्राप्त कर सकेंगे। मायूसी कमजोरी और निराशा का जीवन भी कोई जीवन है। परमात्मा न करे यदि आप को शारीरिक रोग है या सेक्स में कमजोरी के कारण जीवन की खुशियों से वंचित हो तो समझो आपको हाशमी
भूमिका
मैंने अपने अनुभव के द्वारा अधिकतर नवयुवकों को अज्ञानता के कारण गलत मार्ग पर निराशा के अंधकार में भटकते हुए देखा है क्योंकि यौन विषय तथा इसकी अच्छाई बुराई न तो कोई माता-पिता अपनी संतान को बताते हैं और न ही हमारे देश में अभी इस शिक्षा का प्रचार किया जाता है जिस कारण अधिकतर नवयुवक सही दिशा से भटक जाते हैं तथा कई प्रकार की यौन संबंधी स्वप्नदोष, प्रेमह, शीघ्रपतन, नपुंसकता आदि कमजोरियों के शिकार हो जाते हैं। इन