पिछले कुछ वर्षों में डायबिटीज के मरीजों की संख्या कई गुना बढ़ी है। हर दस वयस्कों (Adults) में से एक में डायबिटीज के लक्षण पाए जाते हैं। यही कारण है कि भारत दुनिया की डायबिटीज राजधानी के रूप में उभरा है। तनाव, अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खराब डाइट कंट्रोल डायबिटीज होने के प्रमुख कारण हैं। कुछ प्राकृतिक उपचार डायबिटीज को कंट्रोल करने और ठीक करने में अत्यधिक फायदेमंद साबित हुए हैं। टाइप 1 या 2 डायबिटीज के लिए बेस्ट उपचार जानने के लिए इस ब्लॉग को पूरा पढ़ें।
पूरी दुनिया में डायबिटीज के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। डायबिटीज होने पर पैंक्रियाज इंसुलिन बनाना कम कर देती हैं या बंद कर देता है। इंसुलिन ही हमारे शरीर में ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। जब इंसुलिन कम बनता है तो शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ने लगती है। ऐसे में धीरे-धीरे शरीर बीमारियों का घर बनने लगता है। लम्बे समय तक डायबिटीज की समस्या बने रहने से दिल की बीमारी, किडनी के रोग, लंग्स और आंखों की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। आप डाइट और हर्बल उपचार करके डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं। जानिए शुगर को खत्म करने के लिए क्या करना चाहिए?
हृदय रोग कापुरानी से पुरानी शुगर को खत्म करने का असरदार इलाज कारण
शुगर की बीमारी को डायबिटीज और मधुमेह के नाम से भी जानते हैं। दुनियाभर में शुगर की बी्मारी से करोड़ों लोग जूझ रहे हैं। इस बीमारी में इंसुलिन का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं हो पाता है और ब्लड में मौजूद ग्लूकोस और शुगर का लेवल बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। डायबिटीज की बीमारी को हल्के में नहीं लेना चाहिए, नहीं तो यह गंभीर परिस्थितियां पैदा कर सकती है। शरीर में शुगर लेवल बढ़ने के कारण कई बार हार्ट अटैक जैसी समस्याएं भी देखने को मिल सकती है। आइए जानते हैं, शुगर कंट्रोल कैसे करे, शुगर की देशी दवा क्या है, इत्यादि।
मधुमेह के लक्षण
मधुमेह एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति है जो ब्लड और यूरीन में ग्लूकोज के उच्च स्तर से जुड़ी होती है। यदि आपका शरीर निम्नलिखित लक्षण दिखाता है, तो आपको डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। मधुमेह के लक्षणों में शामिल है:-
डायबिटीज या बढ़े हुए ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए आप हेल्दी लाइफस्टाइल, एक्सरसाइज, हेल्दी डाइट, दवाएं और कुछ घरेलू उपाय आजमा सकते हैं।
जो लोग डायबिटीज से पीड़ित होते हैं उन्हें समय समय पर ग्लूकोज की जांच जरूर करा लेनी चाहिए। क्योंकि यदि डायबिटीज के मरीज का ग्लूकोज स्तर बढ़ता है तो रोगी के लिए ये बहुत खतरनाक हो सकता है। इसके साथ ही खून की जांच भी मधुमेह रोगियों के लिए जरूरी है इससे पता चलता है कि किडनी ठीक ढंग से काम कर रही हैं या नहीं। मधुमेह में किडनी पर काफी प्रभाव पड़ता है। नियमित जांच से रोगी को किडनी की समस्या से दूर रखता है।
डायबिटीज में दर्द शरीर के कई हिस्सों में हो सकता है, जिनमें से डायबिटीज में पैर दर्द होना एक आम समस्या है। इसके अतिरिक्त डायबिटीज के कारण हाथ में भी दर्द होता है। दर्द के साथ रोगी को शरीर के विभिन्न अंगों में झुनझुनी और जोड़ों में दर्द और ऐंठन का सामना करना पड़ता है।
अगर आपको डायबिटीज की समस्या नहीं भी है तो भी इसे कंट्रोल करने के लिए प्रयास करते रहना चाहिए क्योंकि लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी के कारण इस रोग का खतरा सभी लोगों में बना हुआ है।
डायबिटीज के लक्षण और निदान के बारे में जानना मरीजों के लिए बहुत जरूरी है। ताकि मधुमेह की वक्त पर पहचान हो सके और इसका इलाज भी हो सके । मधुमेह के मरीज का मीठा खाने का अधिक मन करता है तो ऐसे में परिवार को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह मीठा ना खाए. इसके साथ ही जीवनशैली का भी पूरी तरह ध्यान रखना चाहिए।