लिवर हमारे शरीर के सबसे अहम अंगों में से एक है। लिवर प्रोटीन और कोलेस्ट्रॉल प्रोड्यूज करता है। इसके अलावा ये विटामिन, मिनरल्स, कार्बोहाइड्रेट को स्टोर करता है तथा और भी कई जरूरी फंक्शनस में शामिल रहता है। लिवर सभी जरूरी न्यूट्रिएंट्स को आपके शरीर के अलग-अलग भागों में भेजता है। लिवर की एल्कोहल, मेडिसिन्स और मेटाबॉलिज्म से निकलने वाले टॉक्सिक पदार्थों को हटाने में अहम भूमिका होती है। अगर आप स्वस्थ रहना चाहते हैं तो आपको अपने लिवर के स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रखना होगा। आपको कुछ ऐसा करना होगा कि आपका लिवर बिलकुल सही शेप में रहे। इसके साइज में कोई बड़ा बदलाव ना आने पाए। इसमें सूजन ना हो वरना ये कई बीमारियों की वजह बन सकता है। तो आखिर क्या है लिवर का रामबाण इलाज?
बता दें कि लिवर में सूजन आने से आपको मोटापे, टाइप 2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी हो सकती है। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें वरना गंभीर रोगों के शिकार हो सकते हैं।
अच्छी जिंदगी के लिए लिवर का हेल्दी होना बहुत जरूरी है। लेकिन आज के खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खान-पान की वजह से बहुत लोगों को लिवर की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे ही दिनचर्या के कारण लिवर फंक्शन प्रभावित होता है और धीरे-धीरे बढ़ते समय के साथ इनेफेक्शन का रूप ले लेता है, जो कि बाद आगे चल कर एक गंभीर बीमारी में तब्दील हो जाता है। इसलिए समय रहते लिवर इन्फेक्शन के लक्षणों को पहचान कर उचित कदम उठाना या डॉक्टर से परामर्श करना बहुत जरूरी है।
आपका लिवर आपके पित्त नली से संबंधित है , जो पित्त नलिकाओं द्वारा जुड़े अंगों की एक प्रणाली है, जिसमें आपका पित्ताशय और अग्न्याशय भी शामिल है । क्योंकि वे जुड़े हुए हैं, इसलिए एक अंग में बीमारी अन्य अंगों को भी प्रभावित कर सकती है।
लिवर की विफलता से पीड़ित लोगों में आमतौर पर पीलिया, एसाइटिस, लिवर एन्सेफैलोपैथी और आमतौर पर सेहत खराब होती है। पीलिया में त्वचा और आंखों का सफ़ेद हिस्सा पीला दिखता है। एसाइटिस से पेट में सूजन हो सकती है। हैपेटिक एन्सेफैलोपैथी से भ्रम पैदा हो सकता है या नींद आ सकती है। ज़्यादातर लोगों में थकान, कमज़ोरी, मतली और भूख की कमी जैसे सामान्य लक्षण भी होते हैं।
अल्कोहलिक फैटी लीवर की समस्या मुख्य रूप से लीवर कोशिकाओं में वसा के अत्यधिक जमाव के कारण होती है, एक ऐसी स्थिति जो विभिन्न परिस्थितियों से उत्पन्न हो सकती है। शराब के अधिक सेवन से एएफएलडी हो सकता है, जिससे लीवर की चयापचय क्रिया में बदलाव आ सकता है।
लिवर रोग में परहेज़
लिवर रोग से बचने के लिए जरूरी है कि कुछ चीजों का परहेज किया जाए ताकि लिवर स्वस्थ बना रहे और सुचारू रूप से काम कर सके। इसलिए निम्नलिखित चीजों का परहेज किया जाना चाहिए:
लिवर रोग के सबसे सामान्य कारणों में अत्यधिक दवाओं और शराब का सेवन शामिल है। आमतौर पर लिवर रोग पीलिया के रूप में सामने आता है। लिवर रोग के लक्षणों के इलाज के साथ-साथ जिगर को शक्ति प्रदान करने के लिए हर्बल चिकित्सा की मदद ली जा सकती है।
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