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हम सभी जानते हैं कि मोटापा किसी भी लिहाज से स्वास्थ्य के लिए सही नहीं होता है। मोटापा न सिर्फ हाई ब्लड प्रेशर, सुगर एवं अन्य ह््रदय सम्बंधित विकारो को जन्म देता है बल्कि यह आपकी प्रजनन क्षमता पर भी इसका काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। यह हार्मोन्स में असंतुलन पैदा करता है, जिसके चलते माहवारी चक्र और ओवुलेशन से जुड़ी दिक्कतें भी पैदा होने लगती हैं। मोटे पुरुष फ्री टेस्टोस्टेरॉन और कम क्षमता की तरफ बढ़ते जाते हैं। साथ ही इसका संबंध स्पर्म में कमी आने और शुक्राणुओं की गतिशीलता को कम करने से भी होता है। नतीजा बांझपन के रूप में भी सामने आ सकता है। वहीं महिलाओं की सहवास की इच्छा और कामुकता भी प्रभावित होती है।

विवाहित जीवन के लिए सैक्स की अहम भूमिका होती है जिसके लिए आपकी शारीरिक एवं मानसिक क्षमता काफी हद तक जिम्मेदार होती है परंतु मोटापे के कारण हम कामक्रीणा के दौरान उतने चुस्त एवं उर्जावान नहीं रह पाते जो स्वाभाविक तौर पर हमारे शारीरिक संबंधो को प्रभावित करती है। सेक्स के दौरान आपकी इच्छा-शक्ति काफी कुछ बयां करती है। यदि आप मोटापे की वजह से सैक्स करने में असमर्थता महसूस कर रहे हैं तो ये आपके आपसी संबंधों पर भी बुरा असर डाल सकती है। यदि वक़्त रहते मोटापे की समस्या को नहीं रोका गया तो तो यह आपके सैक्स करने की क्षमता को खोखला कर देगी और घर टूटने की नौबत तक आ सकती है।

सामाजिक तौर पर पुरुष के लिए यह सबसे बड़ा सवाल बन जाता है कि वह अपनी पत्नी को संतुष्ट तक नहीं कर पा रहा है और यही उठते सवाल उसे दिनरात परेशान करते रहते हैं। जो निश्चित रूप से आपकी मर्दानगी को एक चुनौती है।

मोटापे की वजह से सैक्स के दौरान बिस्तर में विभिन्न तरह की क्रियाओं के अनुभव आपके सपनों को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। क्योंकि मोटापे के कारण मेटाबोलिज्म पर एक खासा प्रभाव पड़ता हैं तथा हाइपर टेंशन, मधुमेह एवं अन्य वैस्कुलर डिसफंक्शन की एक मुख्य वजह भी होती है, यहां तक कि मोटापा के कारण अन्य तरह के सेक्स विकार जैसे की शीघ्रपतन, उत्तेजना में कमी एवं लिंग में इरेक्टाइल डिसफंक्शन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। लिंग का छोटा होना भी मोटापे के मुख्य वजह होती है।

जिस प्रकार मोटापा बढ़ता है ठीक उसी प्रकार से लिंग की हालत भी खराब होने लगती है। आपको बता दें कि उम्र के साथ टेस्टिकल्स में कैंसर की संभावना बढ़ जाती है। लिंग की स्किन में कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। जैसे जैसे आपकी उम्र बढ़ती है इसके इरेक्शन में भी कमी आने लगती है और समय के साथ आपका लिंग सूखता चला जाता है। आप इसे रोक भी नहीं सकते हैं। क्योंकि उम्र ढलने पर मलल्स का मांस भी कम होने लगता है और आपके अंडकोश भी झूलने लगते हैं। आपको बता दें कि स्क्रॉटोप्लास्टी से इसे कुछ हद तक कम किया जा सकता है मगर रोका नहीं जा सकता है।

एक बेहतर उत्तेजित एहसास हेतु हमे सेक्स के दौरान टेसटोरोन हार्मोनस एवं ब्लड की एक रेगुलर सप्लाई की आवश्यकता पड़ती है परन्तु हाइपरटेंशन एवं ह्रदय की पम्पिंग डिसेबिलिटी ऐसा नहीं कर पाती. स्वाभाविक रूप से हार्मोनस की कमी हमें उत्तेजना से बाधित करती है एवं उचित मात्रा में हमारे लिंग तक रक्त नहीं पहुंच पाने के कारण लिंग में इरेक्टाइल डिसफंक्शन की भी शिकायत हो सकती हैं दोनों ही कारण सेक्स के लिए खतरनाक साबित हो सकते है।

ध्यान दे एक संतुलित एवं पौष्टिक आहार शैली तथा जीवन में योग,कसरत इत्यादि के प्रभाव से बढ़ते वज़न को नियंत्रित किया जा सकता है और यदि आप फिट रहेंगे तो आप अपने विवाहित जीवन में भरपूर खुशियां ला सकते हैं।

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