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शादी के बाद हर महिला अपने जीवन में माँ बनना चाहती हैं क्योंकि माँ बनना हर महिला का सपना होता है। वहीं माँ बनना हर महिला के लिए बड़ी गौरव की बात होती है। लेकिन बहुत सी महिलाएं चाह कर भी माँ बनने के सपने से वंचित रह जाती है। क्योंकि इसके पीछे कई तरह की वजह होती है जैसे गलत जीवनशैली व हार्मोनल बदलाव जिसके बारे में महिलाओं को पता ही नहीं होता है। अगर आप गर्मधारण करने की योजना बना रही हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ेगा। इसी संदर्भ में आज हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि आखिकार क्यों उन महिलाओं में माँ बनने में दिक्कत आती हैं। तो आइये विस्तार से जानते हैं कि महिलाओं को माँ बनने में आखिर क्यों होती है परेशानी।

दवाइयों का सेवन
अक्सर बहुत सी महिलाएं अनचाही प्रेगनेंसी से बचने के लिए बहुत ज्यादा समय तक गर्भनिरोधक दवाइयां लेने लगती हैं जिसकी वजह से महिलाओं में फर्टिलिटी का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए इस तरह की दवाइयों का डॉक्टर की देखरेख में नियंत्रित रूप से सेवन करना चाहिए।


थायराइड की समस्या
विशेषज्ञों के अनुसार उन महिलाओं को माँ बनने में परेशानी होती हैं जो थायराइड की समस्या से ग्रस्त होती हैं। क्योंकि थायराइड की वजह से महिलाओं के शरीर में पाए जाने वाले हार्मोन्स अनियंत्रित हो जाते हैं। जिस कारण महिलाओं को प्रेगनेंसी होने में परेशानी होती है।

ओवरीज में संकुचन
कुछ महिलाओं में प्रेगनेंसी में होने वाली दिक्कत की वजह पुरुषों के शुक्राणु महिलाओं के गर्भाशय तक नहीं पहुंच पाना है। ऐसी स्थिति में महिलाओं को डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। क्योंकि डॉक्टर की मदद के बिना इस समस्या से नहीं निपटा जा सकता है। इसलिए यदि महिलाऐं प्रेगनेंसी प्लान कर रही हैं तो इन बातों का सदैव ध्यान रखें। यूरिन टेस्ट के माध्यम से भी इसके बारे में पता लगाया जा सकता है।


पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज
जो महिलाऐं मां बनने की इच्छुक है उन्हें कुछ बातों का ख्याल रखना पड़ेगा जैसे सेक्स या पेशाब के समय दर्द, खुजली और जलन महसूस हो तो तुरंत टेस्ट करायें क्योंकि यह पेल्विक इंफ्लेमेटरी यानि यौन संचारित रोगों से उत्पन्न संक्रमण हो सकता है जो महिला प्रजनन अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है। जो गर्भाधान में दिक्कत पैदा कर सकता है। इससे अंडाशय, गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब और अन्य महिला प्रजनन अंगों की भी क्षति होने का खतरा बना रहता है।

हार्मोन्स असंतुलित
डॉक्टरों के अनुसार उन महिलाओं को माँ बनने में परेशानी होती है जिनके शरीर के हार्मोन्स असंतुलित होते हैं। क्योंकि हार्मोन्स असंतुलित की वजह से महिलाओं के गर्भावस्था में उच्च किस्म के अंडे का निर्माण नहीं हो पाता है। जिस कारण महिलाओं को गर्भधारण में दिक्कत होती है। ऐसे में यदि महिलाऐं पौष्टिक आहार का सेवन करें और अपने स्वास्थ्य पर पूरा ध्यान दें तो इस समस्या से निजात पाई जा सकती है।

पुरूष बांझपन
कुछ मामलों में महिलाओं की प्रेगनेंसी में बाधा के पीछे पुरूष बांझपन की समस्या भी जिम्मेदार हो सकती है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने पार्टनर से बात करें और डॉक्टर से इस बारे में भी बात करें तभी इस समस्या को सुलझाने में मदद मिल सकती है।

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