डिप्रेशन सिर्फ उदासी नहीं है, यह एक गंभीर मानसिक स्थिति है जो जीवन को बहुत प्रभावित करती है।
1. स्वच्छता की चिंता कम हो जाती है
जब कोई व्यक्ति डिप्रेशन से जूझ रहा होता है, तो उसकी रोज़मर्रा की आदतें बदल जाती हैं। नहाना, बालों में कंघी करना, कपड़े बदलना, दांत ब्रश करना जैसी चीज़ें बहुत मुश्किल लगने लगती हैं। खुद को आईने में देखना भी आत्मविश्वास को गिरा देता है।
2. हर बात पर अपराधबोध होता है
ऐसे लोगों को लगता है कि वे अपने परिवार और दोस्तों को निराश कर रहे हैं। बार-बार खुद को दोषी मानना एक आम लक्षण है।
3. सामान्य काम भी थकाने लगते हैं
एक कप चाय बनाना भी भारी लगने लगता है। पढ़ाई या काम में मन नहीं लगता, और बार-बार थकावट महसूस होती है।
4. शारीरिक लक्षण
डिप्रेशन केवल दिमाग को ही नहीं, शरीर को भी प्रभावित करता है। पीठ दर्द, जोड़ों में दर्द, पेट की समस्या, सिर दर्द, नींद की दिक्कतें और थकावट इसके सामान्य लक्षण हैं।
5. अंदर से खालीपन महसूस होना
हर वक्त ऐसा लगता है जैसे कुछ भी ठीक नहीं है। मन में कोई भावना नहीं बचती – न खुशी, न दुख। बस एक खालीपन होता है।
6. चिड़चिड़ापन
बिना वजह गुस्सा आना, छोटी-छोटी बातों पर चिढ़ जाना डिप्रेशन के लक्षण हो सकते हैं। पर अक्सर लोग इसे मूडी होना समझ लेते हैं।
7. नींद की परेशानी
रातभर नींद नहीं आती या बहुत ज्यादा नींद आती है। दोनों ही स्थिति में मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है।
8. अकेलेपन की आदत
ऐसे लोग धीरे-धीरे समाज से कटने लगते हैं। दोस्तों से मिलना, बातचीत करना छोड़ देते हैं। उन्हें लगता है कि कोई उन्हें नहीं समझ पाएगा।
9. भयानक सपने
डिप्रेशन से पीड़ित लोग अक्सर डरावने सपने देखते हैं। बार-बार आने वाले बुरे सपने नींद और मानसिक स्थिति दोनों को बिगाड़ सकते हैं।
10. आलसी कहे जाना
जब कोई डिप्रेशन में होता है तो उसका शरीर और मन दोनों थक चुके होते हैं। लेकिन आस-पास के लोग उसे “आलसी” कहते हैं और उसकी स्थिति को नहीं समझते।
सेक्स लाइफ पर असर और समाधान
डिप्रेशन का असर व्यक्ति की सेक्स लाइफ पर भी होता है। यौन इच्छा में कमी आना, शारीरिक संबंध में मन न लगना, या यौन संतुष्टि में कमी महसूस करना आम बात है। यह स्थिति पार्टनर के साथ रिश्तों को भी प्रभावित कर सकती है।
समाधान:
निष्कर्ष
डिप्रेशन एक ऐसी स्थिति है जिसे समझना और समय रहते इलाज करवाना जरूरी है। यह सिर्फ मानसिक नहीं, बल्कि शारीरिक, सामाजिक और भावनात्मक जीवन को भी प्रभावित करता है। अगर आप या आपके किसी जानने वाले को इन लक्षणों का सामना करना पड़ रहा है, तो चुप न रहें। सही सलाह और सहायता से इस स्थिति से उबरा जा सकता है। याद रखें, मदद मांगना कमजोरी नहीं, समझदारी है।
महत्वपूर्ण नोट:
हमेशा महत्वपूर्ण स्वास्थ्य संबंधी बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श करें। वे आपकी मेडिकल हिस्ट्री और वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं।
किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिए कृपया हमें +91-9058577992 पर संपर्क करें। और हमारे अनुभवी डॉक्टरों से मुफ्त परामर्श प्राप्त करें। आपका स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता है। धन्यवाद।