पेट की बीमारी कई सारी बीमारियाँ पैदा कर सकती हैं। क्या है पेट की सभी बीमारी का इलाज? जानते हैं कुछ सरल हर्बल इलाज और कुछ दूसरे सरल उपाय जिन्हें अपनाकर हम स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
गैस बनना और पेट फूलना आज एक आम समस्या बन चुका है जिससे लगभग हर कोई परेशान है। जीवन व्यस्त होने की वजह से आप अपने खान पान और लाइफ स्टाइल पर खासा ध्यान नहीं दे पाते हैं जिसकी वजह से आपको बहुत सारी परेशानियां होती हैं। गैस बनना या पेट फूलना भी इन्ही में से एक है। यह कोई गंभीर समस्या नहीं नहीं लेकिन लंबे समय तक इसे नजरअंदाज करने पर यह कब्ज का रूप ले सकता है जो आगे जाकर दूसरी कई बीमारियों को जन्म दे सकता है।
गैस बनना या पेट फूलने की मामूली सी समस्या आगे जाकर कब्ज या दूसरी समस्याओं का रूप ले इससे पहले आपको इसका इलाज करा लेना चाहिए। इस समस्या को दूर करने के लिए आपको डॉक्टर के पास जाने की भी जरुरत नहीं है। अपने घर पर बैठे बैठे आप इस समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं।
गैस की बीमारी स्वतंत्र रोग न होकर पाचनतंत्र से संबंधित खराबी के कारण होने वाली बीमारी है। कई बार गैस के कारण इतना तेज दर्द होने लगता है कि बीमारी गंभीर बन जाती है। इतना ही नहीं पेट में गैस होने पर अनेक तरह की बीमारियां होने की संभावना भी बन जाती है। इसलिए आइए जानते हैं कि पेट में गैस की समस्या क्यों होती है, गैस की समस्या से होने वाले रोग कौन-कौन से हैं, और पेट में गैस होने पर इलाज कैसे किया जाना चाहिए।
पेट में गैस के लक्षण निम्नलिखित है:-
बांझपन आपके प्रजनन तंत्र की एक ऐसी स्थिति है जिसके कारण लोग गर्भवती होने ( गर्भधारण करने ) में असमर्थ हो जाते हैं
। बांझपन किसी को भी प्रभावित कर सकता है और इसके कई कारण हो सकते हैं। बांझपन के कुछ कारण सिर्फ़ एक साथी को प्रभावित करते हैं, जबकि अन्य दोनों भागीदारों को प्रभावित करते हैं। बांझपन के जोखिम कारकों में शामिल हैं:
आपका डॉक्टर आपसे आपके दर्द और आपके किसी अन्य लक्षण के बारे में पूछेगा। आपके दर्द का कारण जानने के लिए आपका डॉक्टर आपके पिछले मेडिकल इतिहास, उम्र, लिंग, हाल ही में की गई यात्रा और आपके द्वारा ली जा रही दवाओं पर भी विचार करेगा। वे शारीरिक जांच भी करेंगे।
गैस्ट्राइटिस पेट से जुड़ी एक आम समस्या है। इस स्थिति में व्यक्ति को कभी-कभी मतली, उल्टी आदि का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा गैस्ट्राइटिस में अपच, कब्ज, पेट में सूजन आदि जैसे लक्षण (Gastritis Symptoms) भी नजर आते हैं। यह समस्या तीव्र और क्रोनिक हो सकती है। इसमें व्यक्ति को थकान, अंगों में सुन्नता जैसा महसूस हो सकता है। अगर अंगों में सुन्नता रहे, तो इस स्थिति को नजरअंदाज न करें।
गैस्ट्रोएंटेराइटिस पेट और छोटी आंत दोनों में सूजन पैदा कर सकती है। यह एक तरह का वायरल है, इसे पेट का फ्लू (Stomach Flu) भी कहा जाता है। अलग-अलग वायरस गैस्ट्रोएंटेराइटिस का कारण बन सकते हैं। लेकिन इसमें रोटावायरस और नोरोवायरस सबसे आम हैं। इस स्थिति में आपको डायरिया, उल्टी, भूख की कमी, पेट में दर्द जैसे लक्षण (Gastroenteritis Symptoms in Hindi) नजर आ सकते हैं। इसके अलावा गैस्ट्रोएंटेराइटिस में पेट दर्द, पेट में ऐंठन, सिरदर्द, चक्कर आना, बेहोशी भी महसूस हो सकती है। गैस्ट्रोएंटेराइटिस कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में अधिक देखने को मिलती है।
गैस्ट्रोपेरिसिस एक पेट से जुड़ी बीमारी है, इसमें पेट बहुत जल्दी-जल्दी खाली हो जाता है। जी मिचलाना, खाना खाने के बाद उल्टी होना, भूख न लगना जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। इसके अलावा इसमें आपको थोड़ा सा खाने के बाद पेट भरा हुआ महसूस हो सकता है। पेट में तेज दर्द हो सकता है। यह समस्या डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों को अधिक ट्रिगर कर सकती है।
“पेट दर्द ठीक नहीं होने पर डॉक्टर से मिलकर अपने पेट दर्द का उचित जांच और इलाज कराएं। लंबे समय तक पेट दर्द को नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है।समय पर निदान करके इसके सटीक कारण का पता लगाया जा सकता है।”