जब कोई व्यक्ति सैक्स से सम्बन्धित कामुक चिन्तन करता है या कोई अश्लील किताब, या उसके बारे में सोचता है, या स्त्री से सम्भोग की इच्छा रखता है तो उसके मस्तिष्क कुछ विशेष हार्मोन का स्रवण करते हैं जो लिंग में रक्त के प्रवाह को तीव्र कर देता है और काॅर्पस केवेरनोसम (Corpus Cavernosum) नामक ऊतक में रक्त इकट्ठा होकर लिंग का आकार बढ़ा देता है। पूर्ण उत्तेजित अवस्था में लिंग के इन उतकों में रक्त अपनी अधिकतम मात्रा में होता है। इस अवस्था में लिंग अधिक ठोस, दृढ़ व सीधा हो जाता है। वीर्य स्खलन के समय जब व्यक्ति मानसिक रूप से संतुष्ट हो जाता है तो दूसरे हार्मोन काॅपर्स स्पोन्जियोसम को उत्तेजित करते है जो वीर्य को वेग व गति प्रदान करते हैं। इस पूरी प्रक्रिया में किसी भी कमी की वजह से पूरा तंत्र ही गड़बड़ा जाता है।
पतले, टेढे, छोटे व आगे से मोटे व पीछे से पतले लिंग उक्त पूरी प्रक्रिया में किसी न किसी दोष से पीडि़त होते हैं। इस प्रकार के लिंग वाले लोगों में केवेरनोसम और स्पान्जियोसम की कोशिकाऐं पूरी तरह से सुगठित नहीं होती जिनसे इनमें अधिक रक्त ग्रहण करने की क्षमता व इन कोशिकाओं में अधिक समय तक रक्त रोके रखने की क्षमता नहीं होती।
हमारे हर्बल खाने व लगाने के इलाज से काॅर्पस केवेरनोसम और काॅपर्स स्पाॅन्जियोसम ऊतकों में वृद्धि होती है, इन ऊतकों की कोशिकाओं का आकार बढ जाता है जिनमें रक्त इकट्ठा होता है जिसके फलस्वरूप लिंग के आकार में वृद्धि होती है और इसके साथ-साथ लिंग में उत्थान क्षमता भी बढ़ जाती है।
इस इलाज से 20-30 प्रतिशत लिंग आयतन वृद्धि सम्भव है तथा लिंग में .5 इंच से 2 इंच तक की वृद्धि हो जाती है। लिंग के इन ऊतकों व पेशी को सुगठित करने के लिए हर्बल इलाज की आवश्यकता होती है जिससे शीघ्र लाभ होता है। इस इलाज से शीघ्रपतन दूर होता है, नपुंसकता व यौन समस्याओं से मुक्ति, लिंग की लम्बाई व मोटाई में वृद्धि, वीर्य में शुक्राणुओं की वृद्धि, प्रोस्टेट ग्रन्थि की कार्यक्षमता को बढ़ाता है, बार-बार पेशाब से छुटकारा होता है, यौन क्षमता बढ़ाता है, लिंग में पूर्ण कठोरता व उत्तेजना होती है, आत्मविश्वास बढ़ाता है, टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की वृद्धि करता है। इस इलाज का कोई साईड इफैक्ट भी नहीं होता है।
वैक्यूम पम्प लिंग वर्धक यंत्रद्ध से भी लिंग के आकार में वृद्धि की जाती है। इसमें एक सिलिंडर होता है जिसमें लिंग को रखकर निर्वात ;टंबनउमद्ध पैदा किया जाता है। जिससे लिंग में रक्त आकर इकट्ठा हो जाता है। इस प्रकार लिंग का आकार अपने वास्तविक आकार से बड़ा हो जाता है।
vikas kumar
December 22, 2016 - 19 : 25 : 10Dear sir my panics very tink and samel plase help ma
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