कई बार बढ़ती उम्र के साथ बदलाव आते रहते हैं जो कि काफी सामान्य बात है। लेकिन इसके अलावा भी कई ऐसे कारण भी होते हैं, जो स्तनों के आकार बढ़ने का कारण बन सकते हैं। अक्सर बहुत सी महिलाएं अपने स्तनों के आकार में हो रहे इस बदलाव को अनदेखा कर देती हैं या उन्हें पता ही नहीं चलता है। अपने स्तनों के साइज के बढ़ने का पता महिलाओं को तब चलता है जब वह वस्त्रों की खरीदारी करती
अगर दिखें ये संकेत तो हो सकता है हार्ट अटैक
अनियमित खान-पान और गलत जीवन शैली के चलते हमारा शरीर कई तरह के रोगों की चपेट में आ चुका है। इन्ही रोगों में से एक है सबसे खतरनाक बीमारी जिसको हार्ट अटैक यानि दिल का दौरा पड़ना भी कहा जाता है। इस बीमारी का सबसे ज्यादा खतरा 30 वर्ष से ऊपर के लोगों को होता था लेकिन अब यह किसी भी उम्र में किसी को भी हो सकता है। क्योंकि रोजमर्रा की भाग-दौड़ और लगातार बदलती जीवनशैली से आम लोगों
वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाने के लिए करें ये उपाय
हर पुरूष की इच्छा होती है कि उसकी पत्नी उनकी इच्छाओं को समझे और उन्हें हर सुख दे। लेकिन हम आपको बता दें कि यह तभी संभव है जब हम पत्नी के मन की स्थिति को पूरी तरह से समझे। अगर आप उनके मन की स्थिति को समझ गये तो समझिये वह हमेशा आपकी बनी रहेगी। इसीलिए जरूरी है उन मुख्य बातों को समझने की जो पत्नी अपने पति में चाहती हैं। बहुत से पुरूष तो ये समझ ही नहीं
फास्टफूड (जंक फूड) खाने से सेहत को होते यह नुकसान
अच्छा और स्वस्थ जीवन जीने के लिए सबसे पहले हमारे स्वास्थ्य का अच्छा होना बहुत महत्वपूर्ण होता है जिसके लिए हमें स्वस्थ खान-पान को अपनाने की जरूरत होती है, लेकिन आज की बदलती जीवनशैली के चलते लोग पोष्टिक आहार लेने की बजाए जंक फूड या फास्ट फूड खाना ज्यादा पसंद करते हैं। हालांकि जो चीज खाने में काफी स्वादिष्ट होती है, वहीं हमारी सेहत के लिए उतनी ही नुकसानदायक भी होती है। जंक फूड दिखने में बेशक कितने ही आकर्षक
गुस्से पर कंट्रोल करने और मन शांत करने के आसान उपाय
जैसा कि हम सभी जानते है कि मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन क्रोध है, जिसका जन्म अहंकार से होता है। क्रोध में की गई गलती का अंत पश्चाताप पर होता है। अक्सर बुरे और गलत काम गुस्से मे ही होते है। गुस्से मे हम वो कर जाते है जिसकी हमें उम्मीद भी नहीं होती है। कभी कभी तो गुस्सा बना-बनाया काम भी बिगाडकर रख देता है। जी हां, गुस्सा हर बुरे काम की जड़ है। गुस्सा दिमाग की वो स्थिति
जानिए क्यों शादीशुदा महिलाएं बनाती हैं अवैध संबंध
आज के इस युग में पुरूष एवं महिलाओं के अवैध संबंध की न्यूज़ सुनने को अधिक मिल रही है। वैवाहिक जीवन में प्यार के साथ-साथ शारीरिक संबंधों की जरूरत मर्द और औरत दोनों को ही होती है। कहा जाये तो जहां पुरूष शारीरिक संबंध से जुड़ी किसी भी बात को दूसरों के साथ बड़ी आसानी से शेयर कर लेते हैं वहीं महिलायें समाज के डर से शर्म महसूस करने लगती हैं। यही वजह है कि महिलाऐं यौन संतुष्टि प्राप्त करने
सेक्स का हमारे जीवन में क्या महत्व है?
कुदरत की तरफ से प्यार शायद दुनिया के सभी प्राणियों को दिया गया सबसे बेहतरीन तोहफा है। सेक्स में प्यार की अहम भूमिका है। वहीं पति-पत्नी के संबंधों में सेक्स का अपना ही एक अलग मज़ा है। बल्कि कहा जाये तो पति-पत्नी के वैवाहिक जीवन में सेक्स का अलग ही महत्व होता है। इससे पति-पत्नी के बीच न सिर्फ नजदीकियां बढ़ती हैं बल्कि सेक्स संबंधों में आई मन-मुटाव को भी दूर भी होता है। जिस तरह हमारे शरीर को भोजन-पानी
हाशमी दवाखाना
शरीर की अन्य समस्याओं की तरह यौन संबंधी समस्याएं भी आम हैं। इन्हें छिपाने के बजाय इनका समाधान ढूंढ़ना चाहिए। किसी व्यक्ति के जीवन में यौन समस्याएं उसके असुखद व असंतोषजनक यौन अनुभव होने के बाद भी हो सकती हैं। सामान्यत: जो पुरुषों में किसी भी तरह की मर्दाना कमजोरी नहीं हैं, उनका दांपत्य और सामाजिक जीवन हमेशा खुशहाल रहता है। इसलिए किसी भी तरह की मर्दाना कमजोरी पुरुषों में आत्मविश्वास की कमी का कारण बन सकती है। पुरुषों में
Hashmi Dawakhana in Hindi
कई नवयुवक मानसिक रोगी होते हैं, वास्तव में उन्हें बीमारी नहीं होती है चालाक और बाजारी हकीम इनकी कमजोरी से लाभ उठाकर इनके सन्देह को बढ़ाते हैं और स्वस्थ पुरुष को रोगी बना देते हैं। ऐसे नवयुवक अपनी अज्ञानता के कारण कभी कभी आत्महत्या कर लेते हैं। क्योंकि वे समझते हैं कि उनका जीवन अब व्यर्थ हो गया है वे अपनी पूर्ण अवस्था पर नहीं आ सकते। मगर यह उनकी भूल है ऐसे रोगियो को हम बिना दवाई दिये खुराक
स्वास्थ्य सम्बंधित पुस्तक
कई नवयुवक मानसिक रोगी होते हैं, वास्तव में उन्हें बीमारी नहीं होती है चालाक और बाजारी हकीम इनकी कमजोरी से लाभ उठाकर इनके सन्देह को बढ़ाते हैं और स्वस्थ पुरुष को रोगी बना देते हैं। ऐसे नवयुवक अपनी अज्ञानता के कारण कभी कभी आत्महत्या कर लेते हैं। क्योंकि वे समझते हैं कि उनका जीवन अब व्यर्थ हो गया है वे अपनी पूर्ण अवस्था पर नहीं आ सकते। मगर यह उनकी भूल है ऐसे रोगियो को हम बिना दवाई दिये खुराक